इन दिनों : स्वामी विवेकानंद और धार्मिक कट्टरवाद

स्वामी विवेकानंद वेदांत लेकर विदेश पहुंचे थे, लेकिन उन्हें इस बात का गहरा अहसास था कि सभी धर्म एक ही राह के राही हैं। जब वे शिकागो में विश्व धर्म संसद में भाग ले रहे थे तो उन्होंने एक किस्सा सुनाया था, जिसे बार-बार दुहराने की जरूरत है। उन्होंने 15 सितंबर 1993 को विश्व धर्म … Continue reading इन दिनों : स्वामी विवेकानंद और धार्मिक कट्टरवाद