Category संस्कृति

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और पूँजीवाद

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ न तो धार्मिक संगठन है और न ही सांस्कृतिक। साहित्य, कला, संस्कृति के विकास में इसका कोई योगदान नहीं है। पूँजीवाद के दलदल में संस्कृति की खाल ओढ़कर खड़े इस संगठन की हुल्लड़बाजी के सिवा कोई उपलब्धि नहीं है।