
भारत ने हाल ही में 3 nm चिप डिज़ाइन की दिशा में कदम बढ़ाया है। यह पहल न सिर्फ तकनीकी आत्मनिर्भरता की ओर इशारा करती है, बल्कि लाखों युवाओं के लिए रोज़गार और सीखने के नए अवसर भी खोलती है। अपनी चिप डिज़ाइन फर्म होने से देश की सुरक्षा मज़बूत होगी, आर्थिक लाभ मिलेगा और भारत वैश्विक स्तर पर एक भरोसेमंद तकनीकी साझेदार के रूप में उभर सकेगा।

ग्लोबल पीस इंडेक्स (GPI) 2024 की रिपोर्ट में वैश्विक शांति की स्थिति में 0.56% की गिरावट दर्ज की गई है, और दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार संघर्षों की संख्या 56 तक पहुँच गई है। 97 देशों में शांति की स्थिति खराब हुई है, जबकि 92 देश सीमाओं के बाहर संघर्षों में संलिप्त हैं। गाजा और यूक्रेन में संघर्षों के कारण 2023 में 162,000 लोगों की मौत हुई, और हिंसा का वैश्विक आर्थिक प्रभाव 19.1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच गया है, जो वैश्विक जीडीपी का 13.5% है। भारत समेत कई देशों ने शांति में सुधार किया है, लेकिन उत्तरी अमेरिका में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है। रिपोर्ट यह संकेत देती है कि वैश्विक शांति की दिशा में सामूहिक और सतत प्रयासों की आवश्यकता है, क्योंकि बिना शांति के मानवता के विकास और उसकी गरिमा की कल्पना नहीं की जा सकती।