इन दिनों, जन पत्रकारिताइन दिनों : तोड़ने ही होंगे मठ और किले सबउन्होंने जिसकी गारंटी दी, वह बर्बाद हो गया। इस बार संविधान की बारी है । उन्होंने संविधान को सिर से लगा लिया है। - इसी आलेख से।डॉ योगेन्द्रNovember 8, 2025