जन पत्रकारिताउच्च शिक्षा के ताबूत में एक और कीलमुश्किल है हम उस दौर में जी रहे हैं, जिसके सामने से शिक्षा की शवयात्रा निकल रही है, लेकिन हमारी आँखें इसलिए नम नहीं हो रही हैं, क्योंकि हमें समझाया गया है कि शिक्षा कब्र में नहीं, स्वर्ग में जा रही है.Dr. Anil Kumar RoyApril 18, 2018