भूगोल

अवधारणा और विश्वास आरोपित किए जाते हैं, संविधान, संसद और लोकतंत्र के बारे में भी। फिर उन्हीं आरोपित आस्थाओं की चादर के नीचे आमजन को हाशिये पर धकेलने का काम भी सहूलियत के साथ चल पाता है, बिना किसी कोलाहल और कुलबुलाहट के।
जन पत्रकारिता को समर्थन देने के लिए उपर्युक्त QR Code को स्कैन करके 20, 50 या 100 रुपये की सहायता राशि प्रदान कर सकते हैं।
जन पत्रकारिता को समर्थन देने के लिए उपर्युक्त QR Code को स्कैन करके 20, 50 या 100 रुपये की सहायता राशि प्रदान कर सकते हैं।

Website |  + posts
लेखक, कवि, समीक्षक
डॉ. अजय कुमार झा एक बहुमुखी लेखक हैं जिनकी कविता, साहित्यिक आलोचना और निबंध मानव अनुभव की जटिलताओं को अन्वेषण करते हैं। उनका कार्य संस्कृति और समाज की गहरी समझ का प्रतिबिंब है।
डॉ. अजय कुमार झा
डॉ. अजय कुमार झा
लेखक, कवि, समीक्षक
डॉ. अजय कुमार झा एक बहुमुखी लेखक हैं जिनकी कविता, साहित्यिक आलोचना और निबंध मानव अनुभव की जटिलताओं को अन्वेषण करते हैं। उनका कार्य संस्कृति और समाज की गहरी समझ का प्रतिबिंब है।
Articles: 3

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *