इन दिनों : अधसूखी दूबों पर ओस की बूँदें

देश के लोगों को लगने लगा है कि मंदिर ही उनके भविष्य को सँवारेगा। यदि सँवार न सका तो रक्षा ज़रूर करेगा।










कल भागलपुर में पुराने साथियों की बैठक हुई। संदर्भ बिहार का चुनाव था। पुराने साथियों का जिक्र इसलिए किया, क्योंकि किसी का संबंध जेपी आंदोलन से था, किसी का झुग्गी झोपड़ी आंदोलन से तो किसी का गंगा मुक्ति आंदोलन से।…